| 1. | ४) भूरे चावल पोन घंटे पानी में उबालें।
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| 2. | भूरे चावल में सफेद चावल की तुलना में ज्यादा रेशे होते हैं।
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| 3. | इसके बाद बाजरा, रागी, भूरे चावल, गैहूं आते हैं।
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| 4. | ३) साबुत अनाज, भूरे चावल जई, सोयाबीन का उपयोग करना लाभप्रद है।
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| 5. | बिना पॉलिश के भूरे चावल तथा सब्जियां पूरब के लोगों का परम्परागत भोजन रहा है।
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| 6. | विटामिन बी-15 खुबानी तिल व कद्दू के बीज, भूरे चावल आदि में पाया जाता है।
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| 7. | भूरे चावल, गोबी, मशरूम्स, ओट्स, सुर्यमुखी के बीज, अखरोट, सोया, मटर, दालें, पका हुआ अंडे का पीला भाग
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| 8. | डायबिटीज के रोगियों को कार्बोहाइड्रेट के लिए मोटा अनाज, भूरे चावल, प्रोटीन युक्त पदार्थ, इत्यादि लेना चाहिए।
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| 9. | मधुमेह के रोगियों को काब्रोहाइड्रेट के लिए मोटा अनाज, भूरे चावल, प्रोटीन युक्त पदार्थ, मांस और मोनोअनसेचुरेटेड वसा लेने की सलाह दी गई है।
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| 10. | गेहूं के आटे में मिले सोया के आटे को अलग नहीं किया जा सकता और इसलिए यह दुकानदारों को भूरे चावल जैसा कमाई का कोई मौका नहीं देगा।
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